प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलीपींस की राजधानी मनीला में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा की उनकी सरकार देश को नई ऊँचाइयों की ओर ले जाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं। रास्ते में बाधाएं ज़रूर हैं, लेकिन एक बार हम ने पार कर लिया, कोई भी ताकत भारत को आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती।
मोदीजी ने कहा की हम वचनबद्ध है देश को नई दिशा देने में, और जो भी भारत में बने वह वैश्विक स्तर का हो। यह कहा जाता है की 21वीं सदी एशिया की है, लेकिन हर एक नागरिक की ज़िम्मेदारी है कि हम इस को भारत की सदी बनाएं। “यह बिल्कुल संभव है”, मोदीजी ने जताया।
भारत ने हमेशा से विश्व शांति की कामना की है और 1.25 लाख से भी ज़्यादा भारतीय सैनिकों ने शांति के लिए दोनों विश्व युद्धों में अपने जीवन को न्यौछावर कर दिया। संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना में भारत की दास्ता सब से बड़ी है। भारत में शांति हमारे संस्कार का अभिन्न अंग है।
प्रधानमंत्री ने “स्वच्छ भारत”, “जन धन योजना” एवं “उज्ज्वला योजना” का जिक्र किया और सराहना की। स्वच्छता किसे पसंद नहीं? जहाँ महात्मा गाँधी ने छोड़ा था, वहां से हमने शुरुआत की, और अब 2.25 लाख से भी ज्यादा गाँव खुले में शौच से मुक्त हो गए।
एक समय ऐसा भी था जब एलपीजी कनेक्शन मिलना बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती थी। अब हाल बदल गया है। हमने 3 साल के अंदर 3.5 करोड़ से ज्यादा परिवारों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराया।