प्रधानमंत्री मोदी जी का वाराणसी दौरा : 2100 करोड़ के प्रोजेक्ट का शिलान्यास और लोकार्पण, कई जगह संबोधन

8 नवंबर को लागू किए गए नोटबंदी के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (22.12.16) को पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। इस दौरान उन्‍होंने कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। मोदी ने कहा कि राहुल अभी बोलना सीख रहे हैं। राहुल के भूकंप वाले बयान पर भी मोदी ने चुटकी ली और कहा कि अच्‍छा हुआ वह बोले, अगर वह नहीं बोलते तो बड़ा भूकंप आ जाता। राहुल के अलावा मोदी ने नोटबंदी का विरोध कर रहे तमाम नेताओं और राजनीतिक पार्टियों पर भी जमकर निशाना साधा।

2100 करोड़ के प्रोजेक्ट का शिलान्यास और लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बनारस समेत पूरे पूर्वांचल के कर्मचारियों को तोहफा दिया। पीएम ने डीरेका मैदान में बने पंडाल में कर्मचारियों की सुविधा के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम के 150 बेड के अस्पताल का शिलान्यास किया। काशी को 2100 करोड़ की योजना मिल गई है। गरीबों के इलाज के लिए ईएसआईसी अस्पताल की क्षमता को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के रेड्डी ग्रुप के लोग 500 बेड का अस्पताल खोल रहे हैं। इसमें 200 बेड गरीबों के लिए होगा। यह अस्पताल पांडेयपुर इलाके में बनेगा और इसमे एक ट्रामा सेंटर भी होगा। इसके बनाने पर 150 करोड़ की लागत आएगी। पीएम मोदी ने बड़ा लालपुर में ट्रेड फैशिलिटेशन सेंटर और क्राफ्ट म्यूजियम का शुभारंभ किया।

राहुल पर तीखा हमला
महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर की आधारशिला रखे जाने वाले कार्यक्रम के दौरान मोदी ने कहा, ‘उनके (कांग्रेस) एक युवा नेता हैं। वह भाषण देना सीख रहे हैं। जब से उन्‍होंने बोलना सीखा है, बोलना शुरू किया है, मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है। 2009 में पता ही नहीं चलता था कि इस पैकेट के अंदर क्‍या है। अब पता चल रहा है कि क्‍या है।’ राहुल के भूकंप वाले बयान पर मोदी ने कहा, ‘अच्‍छा हुआ वह कुछ तो बोले। ना बोलते तो बड़ा भूकंप आ जाता। इतना बड़ा भूकंप की देश 10 साल तक उससे उबर नहीं पाता।’

विरोधियों की तुलना पाक से की
नोटबंदी का विरोध कर रहे नेताओं और पार्टियों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘कुछ लोग कहते हैं कि मोदी ने इतना बड़ा फैसला (नोटबंदी) ले लिया, लेकिन उनको अनुमान नहीं था। यह बात सही है कि इस फैसले को लागू करने से पहले मैंने बहुत सी बातें सोची थीं, बहुत सी चीजों का अनुमान किया था, लेकिन मैं एक चीज का अनुमान नहीं कर पाया था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि देश के कुछ नेता और राजनीतिक दल हिम्‍मत के साथ बेईमानों के पक्ष में खड़े हो जाएंगे। आपको पता है कि पाकिस्‍तान घुसैपठियों को भारत में भेजने के लिए सीमा पर फायरिंग शुरू कर देता है। इससे सुरक्षाबलों का ध्‍यान भटक जाता है और आतंकी लपक कर घुस जाते हैं। इन दिनों संसद में आपने देखा होगा, तू-तू, मैं-मैं होती है। इससे ध्‍यान भटकाया जाता है। बेईमानों को बचाने के लिए, उन्‍हें रास्‍ता दिखाने के लिए तरह-तरह की तरकीब अपनाई जा रही है।’

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मनमोहन, चिदंबरम की आलोचना
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्‍त मंत्री पी. चिदंबरम पर भी हमला बोला। उन्‍होंने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 1971-72 से लगभग हमेशा देश की अर्थव्‍यवस्‍था की कोर टीम में रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि जिस देश में 50 प्रतिशत लोग गरीब हों, वहां इस तरह की टेक्‍नॉलजी कैसे हो सकती है। अब आप मुझे बताइए कि वह अपना रिपोर्ट कार्ड दे रहे हैं या मेरा। ये 50 प्रतिशत गरीबी की किसकी विरासत झेल रहा हूं मैं।’ चिदंबरम पर हमला करते हुए मोदी ने कहा, ‘चिदंबरम जी ने कहा कि हमारे देश में 50 प्रतिशत गांवों में अभी भी बिजली नहीं है तो कैशलेस कैसे करोगे। अब बताइए यह किसकी देन है। क्‍या मैंने आकर खंभे उखाड़ दिए।’

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